ग्रहों की स्थिति-मंगल स्वग्रही रहेंगे। शुक्र और राहु एक साथ मिथुन राशि में रहेंगे। सूर्य और बुध एक साथ सिंह राशि में रहेंगे। चंद्रमा,गुरु और केतु का संयोग धनु राशि में बना रहेगा। शनिदेव विराजमान हैं मकर राशि में। शनि और गुरु का वक्री होना हमारे जनमानस के लिए कमजोरी का कारण बना हुआ है। हर क्षेत्र में यह दुर्बल बना रहा है।
राशिफल-
मेष-योद्धा की तरह है आप। वीरता आपमें भरी हुई है। मंगल के स्वग्रही होने के नाते आपमें बल भरा पड़ा है। स्वास्थ्य अच्छा है। विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा और कुछ कर गुजरने का समय है। भाग्य साथ देगा। स्वास्थ्य, प्रेम, व्यवसाय बहुत अच्छा चल रहा है। सम्मान पर ध्यान रखें। बजरंग बली की शरण में बने रहें। सूर्यदेव को जल देते रहें।
मिथुन-अच्छी स्थिति है। जीवनसाथी, रोजगार, स्वास्थ्य के मामले में अच्छा है लेकिन प्रेम, मन और संतान के मामले में अच्छा नहीं है। आप प्रेम के बिना रह नहीं पाते। संतान बहुत प्रिय है। थोड़ा बचकर पार करने की आवश्यकता है। मां काली की शरण में बने रहें।
कर्क- इस राशि के जातक विद्वान हो सकते हैं। किसी भी विषय में उनकी गहरी जानकारी हो सकती है लेकिन मन शांत नहीं रहता है। उग्र विचार आ जाते हैं। इस पर ध्यान रखना है आपको। स्वास्थ्य मध्यम है। शुगर के मरीजों को बहुत ध्यान रखना है। व्यापार ठीक चलेगा। प्रेम की स्थिति भी बहुत अच्छी है। पूरा साथ मिलेगा। बजरंग बाण का पाठ करते रहें।
सिंह-बहुत भावुक होते हैं इस राशि के जातक। स्वास्थ्य आप का अच्छा दिख रहा है। मन,प्रेम अच्छा नहीं दिख रहा है। संतान की स्थिति अच्छी नहीं है। इस पर ध्यान देने की जरूरत है। भगवान विष्णु की शरण में बने रहें। उनकी अराधना करें।
कन्या-इस राशि के जातक अत्यंत संवेदनशील होते हैं। संवेदनशील व्यक्ति में मन और दिमाग की प्रधानता होती है। इस समय जो आपके मन के मालिक हैं वो थोड़ा वक्री गति से चल रहे हैं। ध्यान रखें। स्वास्थ्य ठीक है। प्रेम की स्थिति अच्छी नहीं है। व्यापारिक दृष्टिकोण से भी बहुत अच्छी स्थिति नहीं है। बस चलता रहेगा। रुकेंगे नहीं
आप। पीली वस्तु का दान करें। अच्छा रहेगा।
तुला-देखने में बड़े शौकीन, लोग समझेंगे कि भोग विलास वाले व्यक्ति होंगे लेकिन अंत:करण आपका अध्यात्म से जुड़ा रहता है। आपको समझना इतना आसान काम नहीं है। आप ईश्वर को मानने वाले हैं। स्वास्थ्य आपका इन दिनों ठीक नहीं रहेगा। ध्यान दें। प्रेम की स्थिति उतनी अच्छी नहीं रहेगी लेकिन चलेगा। व्यापारिक दृष्टिकोण से भी धीरे-धीरे आप चलते रहेंगे। पीली वस्तु का दान करें। शनिदेव की अराधना करें।
वृश्चिक-लग्नेश स्वग्रही हैं लेकिन षष्ठ भाव में हैं। इस समय शत्रुओं और रोग को पराजित करने में ताकत लगेगी लेकिन जीत आपकी होगी। इसका मतलब कि इस समय शत्रु और रोग पैदा हो सकते हैं लेकिन आप शत्रु विजयी हैं इसलिए निकल जाएंगे। प्रयत्नशील रहेंगे। स्वास्थ्य, प्रेम मध्यम और व्यापार ठीक ठाक है। सफेद वस्तु का दान करते रहें।
धनु-स्वास्थ्य ठीक नहीं है क्योंकि लग्नेश वक्री है। आपका लग्नेश ही चतुर्थेश होता है। आप अपने घर, मां से बहुत जुड़े रहते हैं। घरेलू चीजों का बड़ा ध्यान रखते हैं। भूमि-भवन-वाहन में बड़ी रुचि है। लेकिन इस समय स्वास्थ्य, भूमि-भवन-वाहन मध्यम गति से चल रहा है। ध्यान रखें। प्रेम और व्यापार तो ठीक है लेकिन स्वास्थ्य अच्छा नहीं है। पीली वस्तु पास रखें।
मकर-खर्च की अधिकता से परेशान हैं। कर्ज की स्थिति आ सकती है। स्वास्थ्य भी ठीक नहीं चल रहा है। लेकिन आप उबर जाएंगे। आपके निर्णय बहुत व्यवहारिक होते हैं। रोजी-रोजगार, उद्योग के क्षेत्र में आपकी सोच लाजवाब है। मां काली की शरण में बने रहें।
कुंभ-आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है आपकी। आपका स्वास्थ्य भी मध्यम गति से आगे बढ़ रहा है। प्रेम की स्थिति अच्छी है। भाग्य बहुत साथ नहीं देगा। जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की जरूरत है। आप चतुर व्यक्ति हैं। निकल जाएंगे। अपने निर्णय पर सकारात्मक सोचिए। भरोसा रखिए। गणेश जी की वंदना करते रहें।
मीन-शारीरिक स्थिति मध्यम है। लेकिन मन आपका ठीक है। मनोबल इतना ऊंचा है कि आप किसी भी स्थिति पर काबू पा लेंगे। लापरवाही न बरतिएगा। स्वास्थ्य छोड़कर प्रेम,व्यापार सब अच्छा है लेकिन स्वास्थ्य ही सबसे ज्यादा जरूरी है। इस पर ध्यान रखिएगा। पीली वस्तु पास रखें।
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